
वक्फ बिल पर सरकार को चंद्रबाबू के बाद मिला नीतीश कुमार का साथ.
आम धारणा के विपरीत Lorem Ipsum बस यादृच्छिक (random) पाठ नहीं है. यह 45 ई.पू. से शास्त्रीय लैटिन साहित्य के एक
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छपाई और अक्षर योजन उद्योग का एक साधारण डमी पाठ है. Lorem Ipsum सन १५०० के बाद से अभी तक इस
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यह एक लंबा स्थापित तथ्य है कि जब एक पाठक एक पृष्ठ के खाखे को देखेगा तो पठनीय सामग्री से विचलित
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